ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर मसऊद पीजिशकियान ने एक बार फिर कहा कि ईरान जंग नहीं चाहता लेकिन किसी दुस्साहस के खिलाफ़ चुप भी नहीं बैठेगा न ही किसी अपमान को सहन करेगा।
उन्होंने कहा कि ईरानी राष्ट्र के मामले अमेरिका से होने वाली बातचीत से नहीं जुड़े हैं, लेकिन हमें यकीन है कि अगर कोई समझौता होता है, तो बड़ी सफलता मिलेगी, लेकिन अगर कोई समझौता नहीं होता है, तो ऐसा नहीं है कि हमें किसी समस्या का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि हम क्षेत्रीय संघर्षों और अन्य देशों के साथ अपने मतभेदों को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं, हम युद्ध नहीं चाहते और कभी चाहते भी नहीं थे।
ईरानी नेता ने कहा कि हम आतंकवाद के शिकार हैं, हमारी सड़कों पर 26,000 से अधिक लोग मारे गए, और इन कृत्यों के लिए इस्राईल जिम्मेदार है। लेकिन पश्चिमी देश मानवाधिकारों के प्रति बेहद बेशर्मी के सिर्फ साथ बातें बनाते हैं।
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